छः मुखी रुद्राक्ष का आध्यात्मिक महत्व:
कुछ शास्त्रों के अनुसार छः मुखी रुद्राक्ष साक्षात् भगवान् कार्तिकेय का स्वरुप है। इसे धारण करने वाले व्यक्ति को कभी भी धन की कमी नहीं रहती। कही न कही से उसे आकस्मिक धन प्राप्ति होती ही रहती है, जिससे उनके जीवन में किसी भी प्रकार का कोई अभाव नही रहता, इस रूद्राक्ष से व्यक्ति को अच्छी बुद्धि, ज्ञान, संपत्ति तथा पवित्रता की प्राप्त होती है।
छः मुखी रुद्राक्ष के स्वास्थ्य लाभ
जिस व्यक्ति का रक्तचाप किसी भी दवा से कम न होता हो, ऐसे व्यक्ति को छः मुखी रुद्राक्ष घिस कर मधु के साथ चटाने से जादू के समान प्रभाव होता है। एक साल से अधिक उम्र के बच्चों को लगातार पांच साल तक छः मुखी रुद्राक्ष घिस कर मधु के साथ चटाने से ऐसा बच्चा विद्वान एवं स्वस्थ होता है। वैसे हर माता को अपने बच्चे के गले में छः मुखी रुद्राक्ष जरूर धारण करवाना चाहिए, इसके धारण से बच्चा वीर तथा रोग मुक्त होता है। स्त्रियों के लिए भी यह रूद्राक्ष परम लाभदायक है इससे हिस्टीरिया, मूर्च्छा, प्रदर, स्त्रियों से सम्बन्धित रोग धीरे-धीरे हो जाते है।
छः मुखी रूद्राक्ष को धारण करने का मंत्र
प्रत्येक रुद्राक्ष को सिद्ध करने का एक विशिष्ट मन्त्र होता है, जिससे रूद्राक्ष सिद्ध होकर अपना पूरा प्रभाव दिखा सके, रुद्राक्ष पर बिना मंत्र जप किया या सिद्ध किये धारण करने से, पूर्ण फल प्राप्ति नही होती, छः मुखी रुद्राक्ष श्री गणेशजी की कृपा प्राप्ति के लिए सिद्ध किया जाता है। निम्न मन्त्र का सवा लाख मंत्र जाप करने से छः मुखी रुद्राक्ष सिद्ध होता है, यह मंत्र किसी योग्य ब्रहामण से जाप करवा कर धारण करे या किसी ऐसी संस्थान से खरीदें, जहां से मंत्र जाप और सिद्ध किया प्राप्त हो सके।
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