हनुमान जन्मोत्सव की पूजन विधि (Step-by-step Pooja Vidhi)
पूजन का समय:
– प्रातः काल सूर्योदय के समय
– या संध्या के समय (सूर्यास्त से पूर्व)
पूजन सामग्री:
- हनुमान जी की मूर्ति या चित्र
- लाल वस्त्र
- सिंदूर
- चमेली का तेल
- लाल फूल, लाल चंदन
- तुलसी पत्र, धूप, दीप
- लड्डू (विशेषकर बूंदी के लड्डू)
- राम नाम की माला
पूजन विधि:
- स्नान कर साफ लाल या पीले वस्त्र पहनें।
- हनुमान जी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
- दीपक जलाकर भगवान श्रीराम का नाम लें।
- सिंदूर व चमेली का तेल अर्पित करें।
- लाल फूल, तुलसी और लड्डू का भोग लगाएं।
- हनुमान चालीसा, सुंदरकांड या बजरंग बाण का पाठ करें।
- आरती करें और प्रसाद वितरण करें।
जीवन में शुभता और सफलता के लिए विशेष उपाय (Hanuman Janmotsav Remedies)
- हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं: बुरी नजर और ग्रह दोष दूर होते हैं।
- राम नाम का जाप: “श्रीराम जय राम जय जय राम” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- बजरंग बाण का पाठ: शत्रु बाधा और मानसिक तनाव दूर करता है।
- हनुमान अष्टक का पाठ: स्वास्थ्य और सौभाग्य में सुधार करता है।
- लाल वस्त्र व नारियल दान: आर्थिक और ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है।
विशेष उपाय जीवन की अलग-अलग समस्याओं के लिए
समस्या | उपाय |
---|---|
आर्थिक तंगी | हनुमान मंदिर में चमेली तेल का दीपक जलाएं, “रामदूताय नमः” जाप करें |
शत्रु बाधा | बजरंग बाण का पाठ करें और सिंदूर अर्पित करें |
स्वास्थ्य समस्या | सुंदरकांड का पाठ करें और मंगलवार को मंदिर जाएं |
नौकरी/प्रमोशन | हनुमान अष्टक का पाठ करें, 21 गुड़-चना अर्पित करें |
वास्तु दोष/बुरी नजर | मुख्य द्वार पर गदा वाली तस्वीर लगाएं |
विशेष ध्यान देने योग्य बातें
- पवित्रता का ध्यान रखें, ब्रह्मचर्य पालन करें।
- मांस, मदिरा, लहसुन-प्याज से दूर रहें।
- मन और शरीर दोनों की शुद्धता रखें।
- जरूरतमंद को भोजन या वस्त्र का दान करें।
निष्कर्ष
हनुमान जन्मोत्सव केवल एक पर्व नहीं, बल्कि एक अवसर है जीवन को सकारात्मक दिशा में मोड़ने का। इस दिन की गई उपासना और उपाय जीवन में चमत्कारिक बदलाव ला सकते हैं।
“संकट से हनुमान छुड़ावै, मन क्रम बचन ध्यान जो लावै!”
जय बजरंगबली! जय श्रीराम!