सर्व सुख, रक्त विकार, राज्य सम्मान तथा पुत्र की प्राप्ति के लिए मंगलवार का वर्त उतम है| इस वर्त में गेहू और गुड का ही भोजन करना चाहिए|भोजन दिन रात में एक बार ही ग्रहण करना चाहिए|- वर्त २१ हफ्तों तक रखे|इस वर्त से मनुष्य के सभी दोष नष्ट हो जाते हैं| वर्त के पूजन के समय लाल पुष्पों को चडावे और लाल वस्त्र धरण करे|अंत में हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए तथा मंगलवार की कथा सुननी चाहिए|इस दिन लाल रंग के वस्त्र धारण करना भी शुभ रहता है। तत्पश्चात हनुमानजी को लाल फूल, सिन्दूर, वस्त्रादि चढ़ाने चाहिए । शाम के समय बेसन के लड्डुओं या फिर खीर का भोग हनुमानजी को लगाकर स्वयं नमकरहित भोजन करना चाहिए । मंगलवार का व्रत करने वालों को इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।मान्यता है कि मांगलिक दोष से पीड़ित जातकों को भी मंगलवार का व्रत रखने से लाभ होता है शनि की महादशा, ढैय्या या साढ़ेसाती की परेशानी को दूर करने के लिए भी यह व्रत बहुत कारगर माना जाता है।
मंगलवार व्रत फल
मंगलवार व्रत करने से व्यक्ति के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। मान्यता है कि शनि ग्रह से होने वाली परेशानियों के निदान में भी यह व्रत बेहद कारगर साबित होता है। मंगलवार व्रत मांगलिक दोष से पीड़ित जातकों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।