विशेष महत्त्व है। यदि आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20 और 29 को हुआ है तो आपका मूलांक 2 होगा और आप जीवनभर दो अंक से किसी न किसी रूप में अवश्य ही प्रभावित होते रहेंगे ।
अंकशास्त्र में मूलांक दो के लिए निर्धारित स्वामी ग्रह चंद्रमा है। चंद्रमा मन का कारक है।
चन्द्रमा हमारे अंतर्मन में उठाने वाले सुख -दुःख की भावनाओं का संचालन करता है। यही कारण है की कुंडली में अशुभ चंद्रमा हमें मन को व्यथित और बात-बात में परेशान करता है।
मन के उलझन का कारण भी तो चंद्रमा ही है।
हमारे लिए क्या अच्छा है और क्या ख़राब है इसका प्रथम फैसला तो मन ही करता है हां यह भी सही है कि यदि आपके कुंडली में चंद्रमा शुभ स्थिति में है आपका मन सुविचारो को जन्म देता है।
परन्तु यदि चंद्रमा अशुभ स्थिति में है तो कुविचारों, कुदृष्टि को जन्म देता है इसमें कोई संदेह नहीं है।
मूलांक 2 का प्रभाव किसके ऊपर होता है और ज्योतिष में इसका क्या महत्व है?
आप कल्पना शक्ति के धनी है। तन से ज्यादा आपका मन काम करता है। आप मन और बुद्धि का इस्तेमाल हर समय करते है इसलिए आप बुद्धिमान की श्रेणी में गिने जाते हैं। इस मूलांक के व्यक्ति कलाप्रिय तथा कलाप्रेमी होते हैं।
आप सरल, सुशील, सभ्य, सहृदय तथा मृदुभाषी होते हैं। यदि कहा जाए कि भावुकता आप की पहचान है तो गलत नहीं होगा।
आप कोमल स्वभाव ( Soft Nature) के होते हैं।मूलांक दो वाले लोग सहिष्णु, कल्पनाशील, कलात्मक,प्रवृत्ति और रोमांटिक होते है। आपकी बुद्धि चातुर्य काफी अच्छी है तथा बुद्धि विवेक के कार्यों में दूसरों से आगे निकल जाते हैं। एक लोकप्रिय व्यक्ति होते हैं तथा स्वयं की मेहनत से अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा भी प्राप्त कर लेते हैं।
मूलांक 2 की समस्या और कमजोरियां क्या हैं?
मूलांक 2 वाले जातकों का खूबसूरती के प्रति आकर्षण अधिक होता है। इस कारण ये लोग कई बार मुसीबत में भी फंस सकते हैं। इन्हें किसी प्रकार के दंड का सामना भी करना पड़ सकता है। इनका मस्तिष्क कभी स्थिर नहीं रह पाता। अपने ही द्वारा लिए हुए निर्णय को बार-बार बदलते रहते हैं। छोटी-छोटी बातों का ज्यादा तनाव ले लेने के कारण ये मानसिक रोगों का शिकार भी हो जाते हैं
मूलांक 2 के लोग किस तरीके के होते हैं?
मूलांक 2 वाले व्यक्तियों का मन बहुत चंचल होता है। वे काफी अस्थिर होते हैं। वे एक समय पर कई काम करने के इच्छुक होते हैं, जिस कारण उन्हें परेशानी का भी सामना करना पड़ता है। लेकिन इस साथ ये लोग कभी भी काम करते वक़्त लापरवाही नहीं करते। मूलांक 2 वालों का ह्दय चंद्रमा की तरह कोमल होता है। इसलिए वे छोटी बातों पर भी जल्दी भावुक हो जाते हैं। कई बार उन्हें मजाक में कही हुई बात भी दिल पर लग जाती है। ऐसे जातक दूसरों का दुख देखकर भी रो पड़ते हैं।
मूलांक 2 के सभी लोगों को सफलता पाने के लिए क्या उपाय करना चाहिए?
पंण्डित प्रवीण पुरोहित के अनुसार इस मूलांक वालों को भाग्य को बलवान बनाने के लिए प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए।चांदी के गिलास में नियमित दूध पीने से भी चन्द्रमा मजबूत होता है और आत्मबल बढ़ता है। उन्नति के प्रयास में कामयाबी मिलती है।अगर कोई नया काम शुरू कर रहे हैं तो माता का आशीर्वाद प्राप्त कर लें। मां के हाथों से कुछ पैसे लेकर कारोबार में लगाने से लाभ की निरंतरता बनी रहती है।ठोस चांदी की गोली हमेशा अपने पास रखें। चांदी में मोती जड़वाकर धारण करने से भी भाग्य को बल मिलता है।
अंकज्योतिष के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें
यदि आप इस तरह का ब्लॉग बनाना चाहते हैं,
तो आज ही 9627605151 पर कॉल करें,
या यहां क्लिक करें