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पुत्रदा एकादशी पर ऐसे करिए पूजा

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Written by Mayavi Guruji

 

 

पुत्रदा एकादशी एक महत्वपूर्ण हिन्दू त्योहार है जो पुत्रों की सुरक्षा और उनकी समृद्धि के लिए मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व होता है जिससे आप अपने पुत्र को सुरक्षित रख सकते हैं और उन्हें शुभ आशीर्वाद प्राप्त हो। यहां है पुत्रदा एकादशी पर पूजा करने का एक आसान तरीका:

 

1. स्नान एवं शुद्धि: पूजा की शुरुआत करने से पहले विशेष रूप से स्नान करें और अपने शरीर को शुद्ध करें। इससे आपका मानसिक और शारीरिक स्थिति शुद्ध होगी और आप पूजा में भक्ति और श्रद्धा के साथ सहारा प्रदान कर सकेंगे।

2. पूजा स्थल: एक साफ़ और शुद्ध पूजा स्थल का चयन करें। वहां एक सुखद आसन पर बैठें और मंदिर के सामने भगवान विष्णु की मूर्ति रखें।

3. कलश स्थापना: पूजा के लिए एक कलश स्थापित करें और उसमें गंगाजल या शुद्ध जल भरें। इसके बाद, कलश पर फूल, रोली, अक्षता, और अगरबत्तीयाँ रखें।

4. पूजा सामग्री: पुत्रदा एकादशी के दिन तुलसी की पत्तियों, फल, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य, और ब्राह्मणों को दान करने के लिए समर्थ होना चाहिए।

5. मंत्र जाप: भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें, विशेष रूप से “ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।

6. व्रत कथा का पाठ: पुत्रदा एकादशी के दिन व्रत कथा का पाठ करें और भगवान विष्णु के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा को प्रकट करें।

7. आरती और प्रार्थना: पूजा के अंत में भगवान विष्णु की आरती उतारें और अपनी प्रार्थनाएँ समर्पित करें, अपने पुत्र की सुरक्षा के लिए भगवान से आशीर्वाद मांगें।

8. व्रत खोलना: पुत्रदा एकादशी का व्रत सही रूप से पूरा होने पर व्रत को खोलें और प्रभु का प्रसाद स्वीकार करें।

पुत्रदा एकादशी का व्रत रखने से पुत्र संतान की प्राप्ति में मदद मिलती है और उन्हें भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस धार्मिक पर्व के माध्यम से, आप अपने परिवार को सुख, शांति, और समृद्धि की प्राप्ति की कामना कर सकते हैं।

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