चतुर्दशी तिथि प्रारंभ : 6 अगस्त शुक्रवार शाम 06 बजकर 28 मिनट से चतुर्दशी तिथि समाप्त : 7 अगस्त शनिवार शाम 07 बजकर 11 मिनट तक
हिंदी पंचांग के अनुसार सावन महीने की चतुर्दशी तिथि 6 अगस्त दिन शुक्रवार को पड़ रहा है। सावन मास के शिवरात्रि के दिन व्रत रखकर आराधना बहुत लाभकारी माना गया है।
वैसे तो सावन का हर दिन पावन है। मान्यता के अनुसार इस दिन शिव उपासना के साथ-साथ जलाभिषेक करने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और जीवन की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। पंरतु इस दिन ऐसा कुछ न करें, जिससे शिव नाराज हो।
जानिए इस साल के शिवरात्रि पर क्या न करें सावन शिवरात्रि का पूजा मुहूर्त
चतुर्दशी तिथि प्रारंभ : 6 अगस्त शुक्रवार शाम 06 बजकर 28 मिनट से
चतुर्दशी तिथि समाप्त : 7 अगस्त शनिवार शाम 07 बजकर 11 मिनट तक
निशिता काल पूजा : 7 अगस्त शनिवार रात 12 बजकर 06 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक
पारण का समय : 7 अगस्त शनिवार सुबह 05 बजकर 46 मिनट से 03 बजकर 45 मिनट तक
व्रत के दौरान इन चीजों का रखें खास ख्याल सावन शिवरात्रि व्रत के दिन काले रंग के कपड़े न बिल्कुल भी नहीं पहनें।
सावन शिवरात्रि व्रत के दिन भूलकर भी खट्टी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए।
सावन शिवरात्रि व्रत के दिन व्यक्ति को क्रोध नहीं करना चाहिए वरना शिव की कृपा नहीं होती है।
सावन शिवरात्रि व्रत के दिन किसी के लिए बुरा विचार मन में लाने से बचना चाहिए।
सावन शिवरात्रि व्रत के दिन घर में किसी से भी तरह का झगड़ा नहीं होने देना चाहिए।
सावन शिवरात्रि व्रत के दिन तामसी भोजन से उचित दूरी बनाकर रखना चाहिए।
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